मुंबई में सजदों से महरूम मस्जिदें किताब का विमोचन
मुंबई(शिब्ली रामपुरी)
पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले पत्रकारों से लेकर अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कई लोगों को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. मुंबई के इस्लाम जिमखाना में मुंबई से प्रकाशित एक उर्दू अखबार के 88 साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मशहूर पत्रकार खलील जाहिद की किताब सजदों से महरूम मस्जिदें का विमोचन हुआ और इस मौके पर पांच सौ साल बाद मुसलमानों का भविष्य क्या होगा इस पर एक चर्चा भी की गई. जिसमें मशहूर लेखक और समाजसेवी डॉक्टर राम पुनियानी. पत्रकार मासूम मुरादाबादी. विवेक अग्रवाल. शकील रशीद. पत्रकार आशुतोष. गीतकार एवं लेखक हसन कमाल. सरफराज आरज़ू आदि ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए.
सजदों से महरूम मस्जिदें किताब पर उर्दू के मशहूर पत्रकार शकील रशीद ने विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि यह एक काबिले तारीफ किताब है और इस किताब को लिखने में काफी मेहनत की गई है यह इस किताब को पढ़ने के बाद ही पता चलता है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद ही नहीं बल्कि पूरा यकीन है कि यह किताब जरूर सबको पसंद आएगी क्योंकि किताब लिखी ही इस तरह से गई है कि इसमें बहुत जानकारी हमें मिलती है. कार्यक्रम में पत्रकारिता एवं उर्दू अदब से जुड़े काफी लोगों की मौजूदगी रही.