रिपोर्ट नफीस उर रहमान
सहारनपुर रंग महोत्सव” के तीसरे दिन मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और दिल्ली के नाट्य दलों ने अपने उत्कृष्ट नाटकों का मंचन किया ।
अदाकार ग्रुप के सचिव विक्रांत जैन और विरद कला केंद्र के अध्यक्ष राहुल त्रिपाठी ने बताया
महोत्सव में रीवा मध्य प्रदेश से आए नाटक ” उसके साथ ” को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला।
नाटक का निर्देशन और लेखन प्रसिद्ध रंगकर्मी आलोक शुक्ला ने किया।
भारतीय समाज में नारी के प्रति गैर बराबरी और मासूमों के साथ होते निरंतर बलात्कार व हत्याओं पर आधारित रीवा, मध्य प्रदेश की नाट्य प्रस्तुति ” उसके साथ ” को देखकर दर्शक भावुक हो उठे ।
रंग महोत्सव की दूसरी प्रस्तुति ने लोगों दर्शकों को हंसा हंसा कर लोटपोट कर दिया।
ब्लैक पर्ल आर्ट्स, दिल्ली अमूल सागर द्वारा लिखित एव निर्देशित नाट्य प्रस्तुति ” लड्डू ” ने दर्शकों को डेढ़ घंटे तक गुदगुदाया । नाटक में यूं तो सारे कलाकारों ने शानदार अभिनय किया परंतु सिमरन की भूमिका में एक बहुत कम उम्र अदाकारा ने अपनी अदाकारी से सबका मन मोह लिया। हास्य नाटक लड्डू को देख सभागार में कहकहे गूंजते रहे
नोएडा उत्तर प्रदेश से आए नाट्य दल ने संवेदनशील विषय पर आधारित नाटक “संबोधन” मंचन कर दर्शकों के दिल में एक खास जगह बनाई इस नाटक के माध्यम से मानवीय रिश्तों संवेदनाओं और समझौतों के बीच उलझी हुई जिंदगी का खूबसूरत चित्रण किया गया ।
नाटक का निर्देश प्रसिद्ध रंगकर्मी सुनील चौहान ने किया
देर रात्रि तक रंगदर्शक नाटक का आनंद लेते रहे ।
सहारनपुर रंगमंच के इतिहास में सहारनपुर रंग महोत्सव नि:संदेह एक मील का पत्थर साबित हुआ जिसमें तीनों दिन एक हज़ार से अधिक रंग दर्शकों ने छः प्रदेशों से आए नाट्य दलों के उत्कृष्ट नाटकों का आनंद लिया ।
अदाकार ग्रुप के संरक्षक और योगाचार्य स्वामी भारत भूषण जी ने अतिथि रंग निर्देशकों व कलाकारों को दोनों संस्थाओं की ओर से सम्मानित किया ।
सहारनपुर रंग महोत्सव के अवसर पर स्थानीय युवा रंग निर्देशक योगेश पंवार, काशिफ सिद्दिकी, प्रशांत राजन, रविंद्र तेजान,उर्मिला सनावर, नरेंद्र आहूजा, डी एम रोशन को नगर के स्वर्गवासी रंगकर्मियों की स्मृति में अवार्ड देकर सम्मानित किया गया ।
अदाकार ग्रुप के अध्यक्ष जावेद ख़ान सरोहा ने रंगदर्शकों और विभिन्न प्रदेशों से आए रंगकर्मियों का स्वागत करते हुऐ इस सफल आयोजन के लिए दोनों सस्थाओं के सदस्यों को बधाई दी ।
उन्होंने कहा सहारनपुर रंग महोत्सव के माध्यम से नगर की सांस्कृतिक विरासत को अगली पीढ़ी को सौंपने और समाज के हर वर्ग के प्रति सकारात्मक सहयोग बढ़ाने का ईमानदार प्रयास है ।
कार्यक्रम के अंत में विरद कला केंद्र के संरक्षक ब्रिजेंद्र त्रिपाठी ने सबका आभार व्यक्त किया।
समारोह में मुख्य रूप से रविंद्र मिगलानी,मोना मिगलानी,
विपिन गर्ग,सुशील भनोट,सुनील सूरी ,सुषमा बजाज, अशोक वर्मा, प्रियांशी , ब्रिजेंद्र त्रिपाठी, करुणा प्रकाश, मंजू शर्मा, मीनल शर्मा, अंकुश जोशी, उपस्थित रहे ।