खटीमा उत्तराखंड (Report mustakim Malik)
खटीमा उत्तराखंड उत्तर प्रदेश की सीमा पर
खटीमा के सुरई वन क्षेत्र के अंतर्गत घने जंगलों के बीच स्थित भारमल मंदिर के महंत बाबा हरि गिरि महाराज की तथा एक सेवादार रूप सिंह की 5 जनवरी की रात्रि को कुछ नकाबपोश बदमाशों ने लाठी डंडों से पीट-पीटकर निर्मित तरीके से हत्या कर दिया था और तभी से अभियुक्त गण फरार चल रहे थे। वहीं रविवार को एसएसपी उधम सिंह नगर मंजूनाथ टीसी ने झनकईया थाना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हृदय विदारक एवं जघन्य हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा खुलासे हेतु स्वयं घटनास्थल पर आकर टीम का नेतृत्व करते हुए पुलिस अधीक्षक अपराध, पुलिस अधीक्षक रुद्रपुर, पुलिस अधीक्षक काशीपुर, क्षेत्राधिकारी खटीमा, सहायक पुलिस अधीक्षक उधम सिंह नगर को तत्काल मौके पर ब्रीफ किया गया। आठ थाना अध्यक्ष, एसओजी टीम, एनटीएफ टीम तथा उपमहानिरीक्षक कुमाऊं मंडल के निर्देश पर जनपद चंपावत एवं नैनीताल से पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची थी।
एसएसपी द्वारा सशक्त टीमों में बांटकर तथा जिले स्तर पर एसआईटी बनाकर 15 टीमों का गठन किया गया था। पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमाऊं ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर अनावरण हेतु लगी पुलिस टीमों को ब्रीफ किया था। पुलिस टीमों द्वारा तकनीकी सर्विलांस, जनपद स्तरीय फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड द्वारा साक्ष्य संकलन घटनास्थल का निरीक्षण स्थानीय स्तर पर सूचना संकलन पूर्व अपराधियों का सत्यापन एवं पूछताछ, घटना से पूर्व में भंडारे में आए दुकानदारों एवं संदिग्धों का सत्यापन, घुमंतू जनजातियों के आपराधिक पृष्ठभूमि का सत्यापन, घटनास्थल के चारों ओर जंगल में काम्बिंग, नशेड़ी एवं अपराधिक व्यक्तियों का सत्यापन, जिला कारागार बरेली पीलीभीत हल्द्वानी से रिहा लूट, नशाखोरी, हत्या, डकैती के अपराधियों का सत्यापन किया गया। वहीं होटल धर्मशाला गेस्ट हाउस की चेकिंग, रेगुलेटर पुल खड़ंजा मार्ग में कार्यरत बाहरी मजदूरों, वन विभाग की कटान लेबर, स्थाई दुकानदारों का सत्यापन एवं पूछताछ किया गया। कार्यवाही के दौरान स्थानीय व जनपद पीलीभीत बरेली के लगभग 1500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया। इसी दौरान सर्विलांस टीम को कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के मोबाइल नंबर मिलने पर सत्यापन एवं सुरागरसी पतारसी से अभियुक्त गण काली चरण उम्र 52 वर्ष, पवन उम्र 34 वर्ष तथा रामपाल उम्र 62 वर्ष निवासीगण पीलीभीत द्वारा घटना को अंजाम देना पाया गया। जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए शनिवार को तीनों अभियुक्तों को लूट गए रुपए, इंटरनेट डोंगल, बाबा का बैग, शाल, एक आधार कार्ड, पहचान पत्र, नन्हे का पैन कार्ड, बाबा भारामल की पर्ची रसीद, घटना में प्रयुक्त एक दरांती व एक टॉर्च सहित गिरफ्तार कर लिया गया।
कड़ी पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि रामपाल तथा कालीचरण दोनों सगे भाई हैं। कालीचरण पूर्व में लगभग 5 वर्ष तक मंदिर में सेवादार रह चुका है। वहीं रामपाल बरखेड़ा जिला पीलीभीत के श्मशान घाट पर औघड़ बाबा के रूप में रहता है। पवन एवं कालीचरण मजदूरी करते हैं। घटना से पूर्व आयुक्तों ने भंडारे में शराब सेवन किया था जिस पर बाबा हरि गिरी के डांट कर भगा दिया था। इसी बात की इनको रंजिश थी। वहीं मंदिर में चढ़ावा देखकर भी इनको लालच आ गया था। इसीलिए उन्होंने लूटपाट और मारपीट की योजना बना ली थी। वही 4 जनवरी को तीनों अभियुक्त पीलीभीत से खटीमा पहुंचे तथा सुखी नदी पहुंचकर देर रात तक शराब का सेवन किया और पैदल चलकर रात को लगभग 12 बजे भारामल मंदिर पहुंच गए जहां उन्होंने दरांती से काटे गए लाठी डंडों से पीट-पीटकर बाबा हरि गिरि तथा एक सेवादार रूप सिंह की हत्या कर दी थी। वहीं सेवादार नन्हे को बुरी तरह घायल कर दिया था और जंगल में छिपते छुपाते सुबह पीलीभीत पहुंच गए थे। अभियुक्त पवन सुनगढ़ी पीलीभीत का हिस्ट्री सीटर और गैंगस्टर भी है, जिस पर आधा दर्जन अभियोग पंजीकृत है।
वहीं घटना का खुलासा करने पर स्थानीय लोगों, सामाजिक संगठनों तथा बाबाओं ने एसएसपी सहित घटना का अनावरण करने वाली समस्त टीमों को फूल माला पहनाकर तथा शाल ओढ़ाकर कर सम्मानित किया। इस दौरान जिले के सभी पुलिस अधिकारियों सहित, समस्त अनावरण अनावरण टीम तथा स्थानीय लोग व संत समाज उपस्थित रहे।