- पुलिसकर्मियों तथा एक्स सर्विसमैन द्वारा गांवो में आयोजित की जा रही है खेल गतिविधियां, नशे से दूर रहने के लिए किया जा रहा है प्रेरित
- पुलिस महानिदेशक ने प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ इस दिशा में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की
- सड़क सुरक्षा, वाहन चोरी की घटनाएं रोकने, देर रात डीजे चलाने पर रोक तथा अवैध सायरन व लाल बत्ती का प्रयोग रोकने संबंधी विषयो पर भी की गई चर्चा
चंडीगढ़, 20 दिसंबर। प्रदेश में युवाओं को नशे से दूर रखने तथा उन्हें शारीरिक रूप से चुस्त-दुरूस्त करने को लेकर हरियाणा पुलिस द्वारा ऐतिहासिक पहल शुरू की गई है। इसके तहत प्रदेश भर के जिलों में पुलिसकर्मियों, खिलाड़ियों तथा एक्स सर्विसमैन द्वारा गांवों के युवाओं को खेल गतिविधियों में भागीदारी के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि उनकी उर्जा को सही दिशा में लगाया जा सके।
यह जानकारी पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान दी गई। इस बैठक में प्रदेश भर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित पुलिस अधीक्षकों ने भाग लिया। बैठक में पुलिस अधीक्षकों द्वारा उनके जिलों में नशा मुक्ति को लेकर किए गए कार्यों के अलावा खेल गतिविधियों को लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। श्री कपूर ने बैठक में जिला हिसार, भिवानी, दादरी, सिरसा, डबवाली, नारनौल, रेवाड़ी ,नूंह , पलवल ,झज्जर, सोनीपत ,पानीपत, करनाल तथा कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षकों के साथ खेल गतिविधियों को लेकर विस्तार से समीक्षा की।
श्री कपूर ने कहा कि युवा देश का भविष्य है ऐसे में जरूरी है कि उनकी उर्जा का सही दिशा में लगाया जाए। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को नशामुक्ति अभियान से भी जोड़ा जा रहा है ताकि वे स्वयं भी नशे से दूर रहें और अन्य लोगों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में ग्राम व वार्ड प्रहरी भी पिछले कई महीनो से गांव व वार्ड में नशा बेचने वाले तथा खरीदने वाले आरोपियों का रिकॉर्ड तैयार करते हुए सराहनीय कार्य कर रहे हैं।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में युवाओं व बच्चों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करने को लेकर कई जिलों में खेल गतिविधियों के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। इस पहल से पुलिस में कार्यरत रिटायड एसपीओ जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है और जो सेना व पैरामिलिट्री में खेलों में अपनी सेवाएं दे चुके है, को गांवों में नियुक्त किया गया है। यह भी बताया गया कि इस पहल के तहत ऐसे खेल परिसर जो प्रयोग में नहीं लाए जा रहे हैं उनकी साफ सफाई करवाकर विभाग के खिलाड़ियों द्वारा वहां सुबह व शाम में अधिक से अधिक युवाओं को स्टेडियम में आने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वही ऐसे खिलाड़ियों की टीम तैयार की जा रही है ताकि वे जिला स्तरीय तथा प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिताओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
- सड़क सुरक्षा, वाहन चोरी की घटनाएं रोकने, देर रात डीजे चलाने तथा अवैध सायरन व लाल बत्ती लगाने को लेकर भी की गई चर्चा
बैठक में बताया गया कि सड़क सुरक्षा को लेकर मोबाइल ऐप पर अस्पतालो तथा एम्बुलेंस आदि का डेटा अपलोड किया जा रहा है। अच्छे अस्पतालो तथा एम्बुलेंसो को सूचीबद्ध किया जा रहा है ताकि व्यक्ति का गोल्डन ऑवर में इलाज किया जा सके और व्यक्ति की जान बच सके। इसके साथ ही बैठक में बताया गया कि प्रदेश में रोड सेफ्टी ऑडिट करते हुए ब्लैक स्पॉट्स का सुधारीकरण करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बैठक में यह भी बताया गया कि प्रदेश में वाहनों की गति सीमा को लेकर भी आवश्यक कदम उठाए गए हैं और जिलों में क्षेत्रवार इन्हें लागू लागू किए जाने पर कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश भर में अनाधिकृत तरीके से सायरन तथा लाल बत्ती का इस्तेमाल करने वाले लोगों के भी चालान किए जाते हैं।
बैठक में पुलिस आयुक्त गुरुग्राम विकास अरोड़ा ने बताया कि वाहन चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए वाहन निर्माता कंपनियों के साथ बैठक करते हुए मोटरसाइकिलों के लॉकिंग सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए कहा गया है। जल्द ही गाड़ियों के लॉकिंग सिस्टम को सुदृढ़ करने के लिए गाड़ी निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी।
इसके अलावा, बैठक में बताया गया कि देर रात तक डीजे आदि बजाने वालो पर भी नियमित रूप से कार्रवाई की जा रही है। इसे लेकर शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलाते हुए मुकदमे दर्ज किया जा रहे हैं।