पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की साप्ताहिक बैठक आयोजित

  • पुलिसकर्मियों के कल्याण तथा विभाग के प्राथमिकता क्षेत्रो को लेकर विस्तार से की गई चर्चा
  • प्रथम चरण में 147 पुलिसकर्मियों की सूची प्राप्त, अलग-अलग बैच में प्रशिक्षण करवाते हुए दिलवाई जाएगी नौकरी

चंडीगढ़, 12 अक्टूबर। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने वरिष्ठ अधिकारियों की साप्ताहिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए पुलिस विभाग द्वारा प्राथमिकता क्षेत्रो में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान बिंदुवार विभाग द्वारा किए जा रहे कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के अलावा पुलिसकर्मियों के कल्याण को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।


बैठक में पुलिसकर्मियों के बच्चों को रोजगार दिलवाने तथा प्रशिक्षण आदि को लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक में आधुनिकीकरण एवं कल्याण विंग के एआईजी वेलफेयर राजीव देशवाल ने बताया कि पुलिस कर्मियों के बेरोजगार बच्चों को प्रशिक्षण देने तथा रोजगार दिलवाने के लिए प्रथम चरण में 147 पुलिसकर्मियों के बच्चों की सूची तैयार की गई है। इन सभी युवाओं का उनकी रुचि के अनुरूप कौशल विकास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इनका प्रशिक्षण अलग-अलग बैच बनाते हुए शुरू किया जा रहा है। ड्राइविंग के लिए रोहतक तथा हिसार में बच्चों की 10-10 के बैच में ट्रेनिंग शुरू की गई है ।


इसी प्रकार, सिक्योरिटी गार्ड के लिए भोंडसी में 15 अक्टूबर से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करवाया जाएगा । बैठक में बताया गया कि इन सभी युवाओं की उनकी शैक्षणिक योग्यता तथा रुचि के आधार पर ट्रेनिंग करवाई जा रही है। इसी प्रकार, युवाओ की ट्रेनिंग करवाने के लिए बैंक के अधिकारियों के साथ विस्तृत कार्य योजना बनाते हुए काम किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इन सभी युवाओं को नौकरी दिलवाने के लिए सीएसआर के तहत भी कंपनियों से टाई अप किया जा रहा है । कंप्यूटर का प्रशिक्षण दिलाने के लिए हारट्रोन नामक संस्था के साथ मिलकर योजना तैयार की गई है, जहां युवाओं का अलग-अलग बैच में प्रशिक्षण करवाया जाएगा।


श्री कपूर ने बताया कि चतुर्थ श्रेणी, अनुबंध आधार तथा पार्ट टाइम नौकरी करने वाले पुलिसकर्मियों के बच्चों के प्रशिक्षण का सारा खर्च पुलिस विभाग द्वारा वहन किया जाएगा जबकि अन्य बच्चों के प्रशिक्षण के लिए उनसे नाम मात्र की दर पर राशि चार्ज की जाएगी। उन्होंने बताया कि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने उपरांत पुलिस विभाग द्वारा इन बच्चों की नौकरी भी लगवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 50 वर्ष से अधिक आयु के पुलिसकर्मियों के बच्चों को भी उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर नौकरी दिलवाई जाएगी ताकि उनका मनोबल बढ़े।


बैठक में महिला पुलिसकर्मियों के वेलफेयर को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में डीआईजी महिला सुरक्षा नाज़नीन भसीन ने बताया कि जिन महिला पुलिसकर्मियों के बच्चे छोटे हैं उनके लिए जिलों के महिला पुलिस थानों में क्रेच खोले गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस प्रकार के 33 क्रेच खोले गए हैं जहां पर महिला पुलिसकर्मियों के बच्चों की देखभाल के लिए स्टाफ नियुक्त किया गया है। भविष्य में स्थिति का आंकलन करने उपरांत महिलाओं के हित मे आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी।


बैठक में एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, एडीजीपी साइबर ओ पी सिंह, एडीजीपी आधुनिकीकरण एवं कल्याण आलोक कुमार राय, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ममता सिंह, एडीजीपी एडमिन कला रामचंद्रन , एडीजीपी क्राइम अजय सिंगल, एडीजीपी आईटी अर्शिनदर चावला, आईजी आईटी अमिताभ ढिल्लों, आईजी एडमिन संजय एआईजी प्रोविजनिंग कमलदीप गोयल, एआईजी वेलफेयर राजीव देशवाल सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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