साईबर सुरक्षा जागरूकता माह: एक हफ्ते में बचाये 72 लाख, अभियान में सहयोग के लिए मीडिया का आभार जताया
- नेशनल साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कार्यरत है 24 घंटे टीम, “स्वर्ण काल” में दे अपनी शिकायत
- लाखों लोगों से सीधे किया संवाद स्थापित , सोशल मीडिया पर सात सौ साइबर सुरक्षा जागरुकता के किए पोस्ट
रिपोर्ट नफीस उर रहमान
चंडीगढ़, 08 अक्टूबर: प्रदेश पुलिस द्वारा अक्टूबर माह को साइबर जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। इंटरनेट की बढ़ती ज़रूरतें और उसपर बढ़ती हमारी निर्भरता के कारण साइबर अपराधियों के अपराध करने के नए नए तरीके ईज़ाद हो गए है। इस दौरान जागरूकता अभियान की आवश्यकता को समझते हुए प्रदेश पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर के निर्देशों और एडीजीपी साईबर श्री ओ पी सिंह, आईपीएस के पर्यवेक्षण में प्रदेश भर में जिला पुलिस साइबर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है।
एडीजीपी साईबर श्री ओ पी सिंह ने बताया कि साइबर सुरक्षा पर सभी अभियान जमीनी स्तर पर आयोजित किए जा रहे है। प्रदेश भर में साइबर सुरक्षा पर बाबत आम जनता को साइबर अपराध की नई नई मोडस ऑपरेंडी के बारे में बताने के निर्देश जारी किए गए है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग धोखेबाजों के चंगुल में न फसे। एडीजीपी साइबर ने बताया कि जागरूकता के अलावा साईबर सुरक्षा के लिए हमारी टीम 1930 साइबर हेल्पलाइन पर 24 घंटे कार्यरत है। पहले 7 दिन में ही हमने तक़रीबन 72 लाख रूपए साइबर ठगी से बचाये है। जागरूकता अभियान बड़े पैमाने पर हम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आयोजित कर रहे है। स्कूल और जन शिक्षा, उच्च शिक्षा, के अतिरिक्त अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारी भी इस अभियान का हिस्सा बन रहे है।
जागरूकता अभियान में मीडिया सहयोग के लिए किया धन्यवाद, 350 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर जागरूकता अभियान में प्रदेश की प्रिंट व टीवी मीडिया का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। प्रदेश पुलिस ने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ यानि समाचार पत्रों का इस जागरुकता अभियान को प्रमुखता से कवर करने के लिये आभार जताया है और कहा है कि आशा करते है कि उनका समर्थन ऐसे ही प्रदेश पुलिस को मिलता रहेगा। आम जनता तक पहुँचने के लिए और प्रदेश पुलिस के जागरूकता कार्यक्रम कि सुचना घर तक पहुंचाने में मीडिया का अत्यधिक सहयोग मिलने के कारण ही प्रदेश पुलिस लाखों रूपए बचाने में सफल हो रही है। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले सप्ताह में ही जिला पुलिस द्वारा 350 से ऊपर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रदेश पुलिस आम जनता के बीच पहुँच कर हर तबके को साइबर अपराध की मोडस ऑपरेंडी के बारे में जागरूक कर रही है। विभिन्न साइबर अपराधों पर वीडियो बनाए गए हैं और सुरक्षित रहने के उपाय बताये जा रहे है। इसके अलावा साइबर सुरक्षा पर पंपलेट/ब्रोशर भी वितरित किए जा रहे
साइबर ठगी होने पर तुरंत दें अपनी शिकायत 1930 पर, सबसे ज़्यादा गुरुग्राम जिले से बचाये
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक हफ्ते में साईबर हेल्पलाइन 1930 ने 72 लाख रूपए से ज़्यादा की रकम साइबर ठगों से बचाई है। 1930 पर प्राप्त शिकायतों में इसमें सबसे अधिक रकम 27.07 लाख रूपए, गुरुग्राम जिले की बचाई गई थी। वहीं 12.23 लाख के साथ फरीदाबाद जिला दूसरे स्थान पर रहा। इसके अतिरिक्त, 7 लाख रूपए कैथल, 4.5 लाख रूपए करनाल, 3.5 लाख रूपए रोहतक, 3 लाख रूपए हिसार, 2.5 लाख रूपए झज्जर – पानीपत व 2 लाख रूपए तक़रीबन पंचकूला जिले से सम्बंधित शिकायतों में बचाये गए। साईबर जागरूकता कार्यक्रमों में जनता को साईबर हेल्पलाइन 1930 के बारे में बताया जा रहा है। यदि साईबर ठगी होने की स्थिति में पीड़ित पहले 2 घंटे के भीतर भीतर अपनी शिकायत टोल फ्री हेल्पलाइन 1930 पर कर देता है तो ठगी की रकम बचने की सम्भावना अधिक बढ़ जाती है।
साईबर जागरूकता कार्यक्रमों में लिया 90 हज़ार से अधिक ने भाग, सोशल मिडिया से भी जुड़ रहे है जनता से
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले ही सप्ताह में जिला पुलिस के प्रयासों से आम जनता की भागीदारी बढ़ रही है। टीवी व प्रिंट मीडिया से अलग भी आपमें जनता को जागरूक करने के लिए सोशल मिडिया का सहारा लिया जा रहा है। जानकारी देते हुए बताया कि जिला पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल पर अब तक तक़रीबन 700 जागरूकता सम्बंधित पोस्ट डाली गई है जिनपर 41 हज़ार के करीब लाइक, कमेंट और शेयर आये है। वहीं जिला पुलिस ने इस हफ्ते 350 से अधिक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इनमें गुरुग्राम ने 42, पंचकूला ने 38, सिरसा ने 32, महेन्दरगढ़ ने 30, फरीदाबाद ने 28 व पानीपत ने 26 जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इन कार्यक्रमों में साइबर अपराधी धोखाधड़ी, व्यक्तिगत जानकारी की चोरी या गोपनीयता पर आक्रमण के रूप में कैसे मोबाइल व कंप्यूटर का उपयोग होता है। पासवर्ड कैसे बेहतर बनाएं, ओटीपी किसी से शेयर न करें, अनजान लिंक पर क्लिक ना करें, जैसी जानकारी दी गई है साइबर अपराधियों से बचने के लिए नागरिकों को जागरूक व सतर्क रहने की आवश्यकता है। साइबर सुरक्षा माह के दौरान जिला पुलिस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों, स्कूलों, कॉलेजों और बैंकिंग एप पर स्ट्रांग पासवर्ड प्रयोग करने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा जिला पुलिस द्वारा साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 का और अधिक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। प्रथम सप्ताह में प्रदेश भर में आयोजित किए गए 357 कार्यक्रमों में कुल 91,530 लोगों ने भाग लिया, जिनमें 62230 पुरुष व 29309 की भागीदारी रही।