शीघ्र मिल सकती है बड़ी ज़िमनेदारी
साहब सिंह सैनी ने फिर प्रमाणित की मजबूत पकड़ रिपोर्ट ( संकल्प नैब)
सहारनपुर। समाजवादी पार्टी में पूर्व एमएलसी एवं केबिनेट मंत्री रहे साहब सिंह सैनी का भाजपा में शामिल होने के बाद सहारनपुर नगर आगमन पर भव्य स्वाग़त किया गया। उनके स्वागत में युवा सैनी समाज सहित समग्र समाज की उपस्थिति इतनी थी कि जगह-जगह जाम के हालात बन गए।
साहब सिंह सैनी उस दौर से राजनीति में सक्रिय है जब पिछड़े समाज के लोग राजनीति में सक्रिय कम ही दिखाई देते थे। दिवंगत नेता एवं तत्कालीन मंत्री चौधरी यशपाल सिंह के पीएस का दायित्व भी काफी लंबे अरसे तक संभालने वाले वर्षो तक सैनी समाज के एक मात्र नेता के रूप में स्थापित रहे। भाजपा में उस दौर में डॉक्टर सुखबीर सिंह सैनी ही सक्रिय हुआ करते थे जो सामाजिक सरोकारों में अधिक सक्रिय रहते थे। ये कहा जाए कि साहब सिंह सैनी की राजनीतिक सक्रियता के कारण ही सैनी समाज मे राजनैतिक चेतना का विकास हुआ और विभिन्न राजनैतिक विचारधाराओं में सैनी समाज की सक्रियता देखने को मिली। और वर्तमान में जब पूर्व मंत्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी ने भाजपा में शामिल होने के प्रयास किये और उन्हें सफलता नही मिल पाई तो तभी से माना जा रहा था कि भाजपा सैनी समाज के बड़े नेता को शामिल करके पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सैनी समाज को भाजपा में लामबंद करने की प्रक्रिया अपनाएगा और राजनीति के माहिर खिलाड़ी समझे जाने वाले साहब सिंह सैनी ने भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया जिसे संगठन स्तर पर भी महत्व मिला है और शीघ्र ही उन्हें बड़ी जिम्मेदारी भी भाजपा में मिल सकती है। बताते चले कि पूर्व केंद्रीय मंत्री काज़ी रशीद मसूद के समाजवादी पार्टी छोड़कर पाला बदलने के बाद प्रतिकूल परिस्थितियों में जिस तरह साहब सिंह सैनी ने सपा को सहारनपुर में संभाला था जिसके चलते ही दिवंगत नेता एवं पूर्व सीएम एन.डी. तिवारी के कहने पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने उन्हें न केवल एम एल सी बनाया बल्कि अखिलेश यादव की सरकार में उन्हें मंत्री भी बनाया गया था। स्वामी प्रसाद मौर्य एवं डॉक्टर धर्म सिंह सैनी के सपा में शामिल हो जाने पर जिस तरह साहब सिंह सैनी को सपा में हाशिये पर डाल दिया गया था उसके बाद सपा में बने रहना उनके अपने व्यक्तित्व के लिए भी काफी खलिश भरा रहा जबकि भाजपा को वर्तमान में ऐसे कद्दावर नेता की ज़रूरत थी और उन्होंने यहां पार्टी बदल कर एक बार भाजपा को और अधिक मजबूती देने के लिए पार्टी में शामिल होना उचित समझा। पार्टी सूत्रों कि माने तो शीघ्र ही उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलने के संकेत भी मिले हैं।