सर्द हवाओ ने बढ़ाई गलन, ठिठुरने को मजबूर हुए लोग
सूर्य देव की आंख मिचौली भी सर्दी बढ़ाने में कर रही है सहयोग
✍️धीरेन्द्र सिंह राणा
सर्द हवा चलने के कारण ठिठुरन बढ़ गई है। पिछले कई दिनों से पछुआ हवा चलने के कारण जिला सर्दी व गलन की चादर में लिपटा हुआ है। जिससे मौसम में कड़ाके की ठंडक बनी हुई है। दिनों-दिन सर्दी का मौसम गंभीर होता जा रहा है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है, वहीं लोग अब घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं। ठंड के बढ़ते प्रकाेप और तेज शीतलहर से कड़ाके की ठंड बढ़ गई है। जिससे अब लोग हल्की धूप तक देखने को तरसते दिख रहे हैं। सूर्य देव के दर्शन न होने से जिले में गलन व ठिठुरन बरकरार है। इस कारण पिछले कई दिनों से मौसम बेहद सर्द बना हुआ है। ठिठुरन से बचने के लिए अधिकांश लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलने में परहेज करते दिख रहे है। मार्केट मे दुकाने तो खुली है लेकिन इक्का-दुक्का ग्राहक ही दुकानों पर दिखाई दे रहे है। जबकि वहीं ठेला व रिक्शा चलाने वाले व्यक्ति ठंड मे ठिठुरते हुये नजर आ रहे है। सब्जी लगाने वाले दुकानदारों की बिक्री भी कम हो रही है। रिक्शा-ठेला वालों व रोज कमाने-खाने वालों की माने तो इस हफ्ते कड़ाके की ठंड पड़ने के चलते उनकी रोजी-रोटी पर संकट खडा हो गया है। वहीं ठंड से बचने के लिए लोग जगह जगह लकड़ी खरीद कर यहाँ तक कि कूड़ा करकट बीन कर जला रहे हैं। जबकि इस बार जिला प्रशासन द्वारा लकड़ी के अलाव की व्यवस्था अधिकांश जगह न कर गिने चुने स्थानो पर ही की गई है।