एटीएम ठगों को क्राइम ब्रांच पहुंचा रही है सलाखों के पीछे, किए ७ शातिर गिरफ्तार

चंडीगढ़, २८ अक्टूबर – हरियाणा पुलिस की एटीएम फ्रॉड इन्वेस्टीगेशन सेल यानी की एएफआईसी अनट्रेस केसों को सुलझा कर शातिर एटीएम ठगों को जेल पहुँचाने का काम कर रही है।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की एएफआईसी फरीदाबाद यूनिट ने तीन शातिर एटीएम ठगों को जेल पहुँचाने में सफलता हासिल की है। शिकायतकर्ता ने अनजान आरोपियों के खिलाफ मार्च महीने में जिला पुलिस को शिकायत दी थी कि २३.०३.२०२२ को वह अपनी पत्नी के साथ सुबह ७.३० बजे गुरुद्वारा चौक पर १००० रूपए निकलवाने गया था। उसी दौरान वहां दो अज्ञात व्यक्तियों ने यह कहकर एटीएम ले लिए किया की आपका एटीएम अभी अच्छी तरह बंद नहीं हुआ है। घर आने के बाद शिकायतकर्ता को पैसे कटने का मैसेज आया और उससे पता चला की उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। इस केस की तफ्तीश के बाद अज्ञात व्यक्तियों ने उसका एटीएम बदलकर उसके साथ १ लाख ५ हज़ार की धोखाधड़ी की है। उपरोक्त केस को जिला पुलिस द्वारा अनट्रेस घोषित कर दिया गया था। उपरोक्त केस का अनुसन्धान फिर से स्टेट क्राइम ब्रांच द्वारा शुरू किया गया। केस की ज़िम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध द्वारा एएफआईसी फरीदाबाद यूनिट को सौंपी गई जिसमें अनुसन्धान अधिकारी एएसआई शीतल शर्मा द्वारा आगामी कार्रवाई की गई।

पेटीएम से मांगी ट्रांसक्शन डिटेल, खातों से पहुंची ठगों तक क्राइम ब्रांच
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की अनुसन्धान अधिकारीयों द्वारा तफ्तीश के दौरान खातों में हुई ट्रांसक्शन की जानकारी पेटीएम से मांगी गई। जहाँ से जानकारी प्राप्त होने पर आरोपी अनिल वर्मा, पुत्र धनपत निवासी दिल्ली व दीपक शाह को गिरफ्तार किया गया। अनुसंधान के दौरान आरोपियों से एक कार्ड स्वैप मशीन भी बरामद की है जिसके द्वारा आरोपी पीड़ितों की रकम ठगने का काम करते थे। इसके अलावा तफ्तीश के दौरान एक और आरोपी का आशीष कुमार पुत्र कनिक मंडल निवासी बल्लभगढ़ का नाम सामने आया जिसे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। अनुसन्धान के दौरान पता चला था की आरोपियों द्वारा २५ हज़ार की रकम तीन बार अनिल वर्मा के खाते में भेजी गई थी और बाकी ३० हज़ार आरोपियों द्वारा एटीएम से निकाले गए थे। आरोपियों से कार्ड स्वैप मशीन के अलावा करीबन ७५ हज़ार की रिकवरी भी की गई है। अनुसन्धान टीम में एएसआई शीतल, एएसआई विक्रम व एएसआई मनमोहन शामिल रहे।

सीनियर सिटीजन के साथ की थी २.४ लाख से ऊपर की ठगी, सगे भाई थे दोनों शातिर ठग
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की क्राइम ब्रांच की एएफआईसी फतेहाबाद यूनिट ने ३ अलग केसों मंस ३ आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जानकारी देते हुए बताया कि शहर टोहाना वासी नीलू अत्रि ने पिछले वर्ष दिसंबर २०२१ में शिकायत दी थी कि उसका बैंक अकाउंट यूनियन बैंक में है। वह अपना नए एटीएम का पिन कोड बदलने के लिए एटीएम पर गई थी और वहां २ अज्ञात व्यक्तियों ने उसे बातचीत में उलझा कर उसका एटीएम बदल दिया। पैसे निकासी का मैसेज अगले दिन फ़ोन पर आने पर शिकायतकर्ता को उसके साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला। बैंक में जाकर स्टेटमेंट निकलवाने पर पता चला कि उसके साथ ९९२०० रूपए की ठगी हुई है। उक्त केस क्राइम ब्रांच आगामी कार्रवाई के लिए क्राइम ब्रांच के पास जुलाई माह में आया था जिसमें अनुसन्धान अधिकारी एसआई कृष्ण ने जांच करते हुए आरोपी सन्नी कुमार पुत्र सुभाष चन्द्र वासी गांव नहला जिला फतेहाबाद को गांव पेटवाड़ से गिरफतार करके धोखा धड़ी करके चुराये गए रुपयों में २००००/- रुपये बरामद किए।
वहीँ ऐसे ही एक अन्य केस में पिछले वर्ष दिसंबर २०२१ में भाटिया कॉलोनी , फतेहाबाद निवासी सतनाम सिंह पुत्र डलवाया के साथ एटीएम फ्रॉड को अंजाम दिया गया था। शिकायतकर्ता के अनुसार उसने अपना एटीएम अपनी पत्नी और अपने साले को दे दिया था और एटीएम मशीन पर पैसे निकासी की प्रक्रिया को समझाने के लिए ठगों ने उनका कार्ड बदल दिया था। फ़ोन पर मैसेज आने पर पता चला कि उनके साथ तकरीबन ७१००० की ठगी को अंजाम दिया है। अनुसन्धान अधिकारी एसआई कृष्ण कुमार द्वारा केस पर काम किया गया और इस अनट्रेस मुकदमे से सम्बन्धित रिकार्ड हासिल किया गया। इसके अतिरिक्त तीसरे केस में फरवरी २०२२ में शिकायतकर्ता प्रेम दास पुत्र श्री तारा चन्द निवासी आज़ाद नगर फतेहाबाद तहसील ने शिकायत दी कि उसके बुज़ुर्ग पिता एटीएम से पैसे निकलवाने गए थे। वह एक हाथ से विकलांग भी है। वहां पर २-३ लडको ने एटीएम के अन्दर उसके वृद्ध पिता से एटीएम बदल कर उसके साथ ६६८५०/- कि धोखाधड़ी की और उनका एटीएम बदल दिया। उक्त केस पर काम करते हुए अनुसन्धान अधिकारी एसआई कृष्ण कुमार ने आरोपी बन्टी पुत्र सुभाष चन्द्र उर्फ घोकु वासी गांव नहला जिला फतेहाबाद जो की वर्तमान में दिल्ली रह रहा था गिरफतार करके धोखा धड़ी करके चुराये गये रुपयों में ५०००/- रुपये बरामद किये गये । दोनों ही केस में एक ही आरोपी था जो ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहा था। यह पहचान होने पर एसआई कृष्ण कुमार अपनी टीम मुख्या सिपाही राकेश कुमार, रविदत व सिपाही संजय को तैयार करके आरोपी बन्टी पुत्र सुभाष चन्द्र उर्फ घोकु गांव नहला जिला फतेहाबाद गिरफतार करके धोखा धड़ी करके चुराये गये रुपयों में १००००/- रुपये बरामद किये गये ।
यहाँ विदित है की आरोपी बंटी व सन्नी, दोनों ही सगे भाई है और एटीएम की ठगी के माहिर है।

पलवल में की थी ९१००० की ठगी, किए ठग गिरफ्तार
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारीं देते हुए बताया की पलवल जिले आईसीआईसी बैंक के एटीएम बूथ पर तीन लड़कों ने शिकायतकर्ता के साथ धोखाधड़ी कर एटीएम कार्ड बदल दिया। कार्ड बदलकर पीड़ित को अन्य बैंक का एटीएम कार्ड थमाकर उसके खाते से ९१ हज़ार रूपए निकाल लिए। क्राइम ब्रांच को यह केस जुलाई माह को मिला था। अनुसन्धान अधिकारी एसआई सतबीर ने केस पर कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की और पलवल और फरीदाबाद की एएफआईसी की टीम के संयुक्त प्रयास से आरोपी कृष्ण उर्फ़ डॉक्टर पुत्र योगेंद्र व चरण सिंह उर्फ़ लीलू पुत्र महेन्दर सिंह, निवासी पलवल को गिरफ्तार किया।

बुज़ुर्ग लोगों को बनाते है शिकार, एटीएम का उपयोग करते समय बरतें अतिरिक्त सावधानी : ओ.पी. सिंह , आईपीएस
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, अपराध ने बताया की अनुसंधान के दौरान अक्सर देखने को आया है की ऐसे केस में बुज़ुर्ग लोगों जल्दी शिकार बनते है। चूँकि एटीएम का इस्तेमाल करते समय ये लोग अक्सर सहायता मांग लेते है जिस बात का ठग फायदा उठाते है। बुज़ुर्गों को एटीएम का इस्तेमाल अपने परिवार जन की सहायता से ही करना चाहिए। किसी भी एटीएम मशीन पर देर रात या दोपहर के वक्त ना जाएँ। ठग अक्सर ऐसे समय पर आते है जब एटीएम में ज़्यादा भीड़ नहीं होती है। एटीएम से पैसा निकालते हुए कीपैड को ज़रूर ढकें।

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